मिशन शक्ति अभियान' नारी सुरक्षा, आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत के लिए किया महिलाओं को जागरूक

मिशन शक्ति अभियान' नारी सुरक्षा, आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत के लिए किया महिलाओं को जागरूक

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक राजर्षि टंडन महिला महाविद्यालय में गुरूवार को महाविद्यालय के 'महिला प्रकोष्ठ' की ओर से 'मिशन शक्ति अभियान' के नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन के चतुर्थ चरण के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुट्ठीगंज थाने से आये सब- इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा, सब- इंस्पेक्टर पूनम यादव तथा महिला आरक्षी अभिलाषा मौर्या एवं उनकी टीम उपस्थित थीं। सर्वप्रथम कार्यक्रम का संचालन कर रही डा. नीलिमा सिंह ने मिशन शक्ति अभियान के विषय में बताया कि इस अभियान  का प्रथम चरण १४ अक्टूबर २०२० (शारदीय नवरात्रि) को प्रारंभ किया गया। द्वितीय चरण १४ नवंबर २०२० को शुरू किया गया। तृतीय चरण २१ अगस्त को शुरू हुआ, जिसमें निराश्रित महिलाओं के लिए पेंशन प्रारंभ की गयी। अब १४ अक्टूबर २०२३ से चौथा चरण शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति अभियान भारत सरकार के तहत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है, जिसके अंतर्गत महिलाओं को शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्राप्त होते हैं।                                  
 मुख्य वक्ता अनुराग मिश्रा ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मिशन शक्ति योजना हेतु विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं ,जो १ अप्रैल २०२२ से लागू है। मिशन शक्ति को १५ वें वित्त आयोग की अवधि वर्ष (२०२१-२२ से २०२५- २६) के दौरान लॉन्च किया गया है। इसकी अवधि पांच साल की है। यह एकीकृत महिला को सशक्त बनाने का कार्यक्रम है, जिसमें महिलाओं की रक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण हेतु 'अंब्रेला योजना' के रूप में शुरू किया गया।  इसके अलावा उन्होंने महिला हेल्प डेस्क, महिला पुलिस बीट तथा महिला बीट पुलिस अधिकारी, महिला साइबर सेल, महिला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी परामर्श केंद्र, मिशन शक्ति कक्ष आदि के विषय में विस्तृत जानकारी दी। महिला अपराधों पर त्वरित कार्य तथा महिला सुरक्षा से संबंधित विभिन्न  महत्त्वपूर्ण नंबरों जैसे--१०९० (महिला पावर लाइन), ११२ (पुलिस आपातकालीन सेवा), १८१ (महिला हेल्पलाइन), १०९८ (चाइल्डलाइन), १०७६ (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), १०२ (स्वास्थ्य सेवा) तथा १०८ (एंबुलेंस सेवा)आदि के विषय में विस्तार पूर्वक बताया। इसके उपरांत अभिलाषा मौर्य ने अपने वक्तव्य में बताया कि जागरूकता होने पर अपराध कम होता है साथ ही उन्होंने विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों के विषय में जानकारी दी और छात्राओं से हेल्पलाइन नंबरों से संबंधित प्रश्न भी पूछे। समस्त कार्यक्रम का आयोजन महिला प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ कौमुदी श्रीवास्तव (एसो.प्रो. संस्कृत) तथा डा. नीलिमा सिंह (एसो. प्रो. राजनीति शास्त्र) ने किया । संचालन डॉ नीलिमा सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन  प्रो.रंजना त्रिपाठी ने किया । इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं तथा छात्राएं उपस्थित रहीं।